-डॉ. शरद सिंह वह भिखारिन थी। जवान और सुन्दर भिखारिन। वह एक कार के पहुँची और उसने कार के भीतर बैठे आदमी से गिड़गिड़ाते हुए कहा- "दो दिन से इस पापी पेट में अन्न का एक भी दाना नहीं पड़ा है....कुछ दे दो बाबूजी !...भगवान तुम्हारा भला करेगा, बाबूजी ! " भिखारिन की बात सुन कर कार में बैठे हुए आदमी ने एक भरपूर नज़र भिखारिन के शरीर पर डाली और ललचाए हुए स्वर में बोला-" ...और बदले में तुम मुझे क्या दोगी ?" यह सुनते ही भिखारिन ने अपने माथे पर हाथ मारते हुए कहा- "धत् तेरे की ! मैं भी किस भिखारी से भीख माँगने लगी ?" ......और उस आदमी ने झेंप कर अपनी कार आगे बढ़ा ली। | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
समकालीन कथा यात्रा - डॉ. (सुश्री) शरद सिंह Journey Of Contemporary Hindi Story By Dr (Miss) SHARAD SINGH
बुधवार, अप्रैल 18, 2012
भिखारी (लघुकथा)
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भिखारिन का अच्छा जवाब ...और पुरुष मानसिकता को कहती अच्छी लघु कथा
जवाब देंहटाएंतीखा व्यंग्य ..!
जवाब देंहटाएंkalamdaan
सच में, भिखारियों से क्यों भीख लेना..
जवाब देंहटाएंकई धनाढ्य महिलाओं और लड़कियों को इस तरह भीख देने की बातें सुनी है....
जवाब देंहटाएंवो बहुत अमीर है सलाम इस भिखारिन को....
और सलाम आपकी इस नयी-नवेली सोच को
बहुत करारा जवाब......इस जवाब से मैं भी मोहित हो हो गया हूँ उस भिखारन पर....अमीरों की मित्रता भली होती है ना....!!
जवाब देंहटाएंउसका भीख माँगना मन को उद्विग्न करता है,युवती है कर्मण्य क्यों नहीं है, दूसरों की दया पर क्यों निर्भर है !
जवाब देंहटाएंपुरुष मानसिकता दर्शाती अच्छी लघु कथा.
जवाब देंहटाएंपुरुस सदियों से ऐसा ही है ...कोई विस्मय कीई बात नहीं है ...हाँ अब औरत जरूर बदल रही है
जवाब देंहटाएंतभी तो करार जबाब मिला
bahut badhiya saamayik laghu katha.
जवाब देंहटाएंकम शब्दों में गहरा सन्देश...एक अच्छी लघु कथा...प्रतिभा जी की बात भी सही है...
जवाब देंहटाएंइस लघु कथा के माध्यम से आर्थिक विकास के साथ साथ समाज में तेजी से फैल रही रही गन्दी मानसिकता पर करारा व्यंग
जवाब देंहटाएंछोटी सी घटना बहुत कुछ कह जाती है. करारा व्यंग आज की गिरती बीमार होती मानसिकता पर.
जवाब देंहटाएंएकदम सार्थक लघुकथा , बधाई
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर कथा औऱ कथानक ।
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